जय हिंद दोस्तों मैं हूं चेतन साहू और Eve Trips पर आपका स्वागत है। दोस्तों यदि आप हरिद्वार घूमने का प्लान बना रहे हैं तो निश्चित रूप से आप हरिद्वार में घूमने की जगहों ( Haridwar me Ghumne Ki Jagah ) के बारे में जानना चाहते होंगे और साथ ही साथ आपको हरिद्वार टूर से संबंधित अन्य जानकारी भी चाहिए होगी, तो आज के इस लेख में मैं आपको हरिद्वार टूर से संबंधित सारी जानकारी देने वाला हूं। आज आप हरिद्वार में घूमने की जगह के बारे में जानने के साथ-साथ यह भी जानेंगे कि हरिद्वार कब जाएं, हरिद्वार कैसे जाएं, हरिद्वार में कहां रुके, हरिद्वार घूमने में कितना खर्चा आएगा इत्यादि।
हरिद्वार उत्तराखंड राज्य में स्थित एक बेहद ही पवित्र और धार्मिक तीर्थ स्थल है जहां पर गंगा जी अपने स्रोत गोमुख से 253 किलोमीटर की यात्रा करके हरिद्वार के मैदानी क्षेत्र में प्रथम प्रवेश करती हैं और इसी वजह से हरिद्वार को गंगाद्वार भी कहा जाता है। प्राचीन धार्मिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के बाद निकले हुए अमृत के घड़े को जब धनवंतरी ले जा रहे थे तब अमृत की कुछ बूंदें गलती से हरिद्वार में गिर गई थी जिस वजह से प्रति 12 वर्षों बाद यहां पर कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है।
सनातन धर्म में हरिद्वार का काफी अधिक महत्व है और पूरे साल हरिद्वार में काफी सारे श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रहती है। सावन के महीने में कावड़ यात्रा के समय हरिद्वार में इतनी अधिक भीड़ बढ़ जाती है कि यहां पर पैर रखने तक की जगह नहीं बचती। इसके अलावा हरिद्वार प्राकृतिक खूबसूरती, गंगा नदी के खूबसूरत दृश्य और मन को लुभाने वाले बेहद ही आकर्षक दृश्यों के लिए जाना जाता है जहां साल भर भारत के कोने-कोने से लोग आना पसंद करते हैं।
Haridwar me Ghumne Ki Jagah | हरिद्वार में घूमने की जगह
यदि आप हरिद्वार घूमने जा रहे हैं तो आपको हरिद्वार में घूमने वाली जगह के बारे में बिल्कुल भी चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि हरिद्वार में आपको काफी सारे प्राचीन मंदिर और पर्यटन स्थल मिलेंगे जहां पर जाकर आप अपने हरिद्वार टूर का आनंद ले पाएंगे। तो चलिए एक एक करके हरिद्वार में घूमने की जगह के बारे में जान लेते हैं।
#1. ब्रह्मा कुंड
आप अपनी हरिद्वार यात्रा की शुरुआत ब्रह्मकुंड से कर सकते हैं जो कि हर की पौड़ी पर ही स्थित है। सनातन धर्म में इस जगह का काफी ज्यादा महत्व है क्योंकि इस जगह पर भगवान ब्रह्मा जी द्वारा यज्ञ करवाया गया था और यहां पर साक्षात् भगवान विष्णु जी के चरणों के निशान आज भी मौजूद हैं जिनके दर्शन मात्र से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। भगवान विष्णु के चरणों के निशान के दर्शन करने के लिए यहां पर पूरे साल श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है तो यदि आप हरिद्वार जा रहे हैं तो इस जगह पर जरूर जाएं और भगवान विष्णु के चरणों के दर्शन जरूर करें।
#2. हर की पौड़ी
हरिद्वार पहुंचने के बाद आप सबसे पहले हर की पौड़ी जाए जोकि हरिद्वार का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। हर की पौड़ी, हरिद्वार रेलवे स्टेशन और हरिद्वार के बस स्टैंड से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर ही है जहां पर आप चाहे तो पैदल ही घूमते घूमते पहुंच सकते हैं और अगर आप पैदल ना जाना चाहे तो आपको हरिद्वार रेलवे स्टेशन से हर की पौड़ी तक के लिए बैटरी रिक्शा मिल जाएंगे जो कि आप से ₹20 प्रति व्यक्ति तक ले लेंगे।
हर की पौड़ी हरिद्वार का सबसे पवित्र घाट है और पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के बाद निकले हुए अमृत के घड़े को जब धन्वंतरी लेकर जा रहे थे तब हर की पौड़ी पर ही अमृत की कुछ बूंदे गिरी थी जिस वजह से इस जगह पर गंगा जी में स्नान करने मात्र से इंसान के सारे पाप धुल जाते हैं।
हर की पौड़ी पर ही ब्रह्मा कुंड है जहां पर आप भगवान विष्णु के चरणों के निशानों के दर्शन कर सकते हैं। ब्रह्मा कुंड हर की पौड़ी से ही प्रतिदिन सुबह-शाम गंगा जी की भव्य आरती होती है तो आप हरिद्वार में गंगा जी की भव्य आरती बिल्कुल भी मिस ना करें और गंगा जी की आरती में शामिल होने के लिए आरती शुरू होने से लगभग आधा घंटा पहले हर की पौड़ी पर पहुंच जाएं क्योंकि फिर काफी ज्यादा भीड़ बढ़ जाती है। आरती के दौरान आप गंगा जी में फूल और दीए जलाकर प्रवाहित करें और अपने खुशहाल जीवन की कामना करें।
#3. मां मनसा देवी मंदिर
यदि आप सुबह-सुबह हरिद्वार पहुंचते हैं तो आप हर की पौड़ी में गंगा स्नान करने के बाद, मां मनसा देवी जी के दर्शन के लिए मनसा देवी मंदिर चले जाइए, जो कि हर की पौड़ी से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मां मनसा देवी पहाड़ी की चोटी पर विराजमान है और यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है जहां तक पहुंचने के 2 तरीके हैं।
आप चाहे तो लगभग 1000 सीढ़ियों को चढ़कर मनसा देवी जी के मंदिर जा सकते हैं और यदि आप 1000 सीढ़ियों को नहीं चढ़ना चाहते या आप असमर्थ हैं तो आप रोपवे की सहायता से भी मंदिर तक पहुंच सकते हैं। रोपवे से मंदिर तक आने जाने का किराया ₹129 प्रति व्यक्ति है। रोपवे की टिकट ऑनलाइन बुक करने के लिए आप udankhatola.com पर जा सकते हैं।
#4. मां चंडी देवी मंदिर
मनसा देवी मंदिर के बाद आपको चंडी देवी मंदिर जाना चाहिए जो कि नील पर्वत पर स्थित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां चंडी देवी ने शुंभ और निशुंभ को मारकर इसी जगह पर कुछ समय विश्राम किया था।
चंडी देवी मंदिर तक पहुंचने के तीन रास्ते हैं।
- 3 किलोमीटर पैदल चढ़ाई वाला रास्ता
- सीढ़ियों का रास्ता
- रोपवे वाला रास्ता
रोपवे की सहायता से आप बड़ी आसानी से चंडी देवी मंदिर तक पहुंच सकते हैं और रास्ते में हरे भरे प्राकृतिक दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। चंडी देवी रोपवे की टिकट आप udankhatola.com से बुक कर सकते हैं जो कि आपको ₹195 प्रति व्यक्ति की पड़ेगी।
आप चाहे तो ₹324 प्रति व्यक्ति में मनसा देवी और चंडी देवी रोपवे की कॉन्बो टिकट ले सकते हैं जिसके माध्यम से आप पहले मनसा देवी रोपवे की सहायता से मनसा देवी घूमेंगे और फिर आपको बस के जरिए चंडी देवी रोपवे तक ले जाया जाएगा जहां आप चंडी देवी रोपवे की सहायता से चंडी देवी मंदिर तक जाएंगे और फिर रिटर्न में चंडी देवी रोपवे से आपको हर की पौड़ी तक बस से छोड़ दिया जाएगा।
#5. विष्णु घाट
हर की पौड़ी से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर विष्णु घाट है जो कि हरिद्वार में घूमने की जगहों में काफी प्रसिद्ध है। ऐसा माना जाता है कि त्रेता युग में एक बार भगवान विष्णु जी ने इसी घाट पर गंगा स्नान किया था जिस वजह से इस जगह का काफी महत्व है। आमतौर पर हर की पौड़ी पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगी रहती है तो आप चाहे तो विष्णु घाट पर भी गंगा स्नान कर सकते हैं और अपने लिए मोक्ष के द्वार खोल सकते हैं।
#6. पावन धाम
फिर आप पावन धाम मंदिर घूमने जा सकते हैं जो कि हरिद्वार रेलवे स्टेशन से करीब 4.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कांच से बना यह मंदिर अपनी सुंदरता के लिए पूरे भारत में प्रसिद्द है इस मंदिर की नक़्क़शी कांच से कुछ इस तरह की गयी है कि एक ही प्रतिमा कई बार दिखयी पड़ती है।
यहाँ पर हिन्दू देवी देवताओं को सुन्दर झांकियो से सुसज्जित किया गया है। तो यदि आप अपनी हरिद्वार यात्रा के दौरान इस मंदिर में जाते हैं तो आपका अनुभव बेहद ही यादगार रहने वाला है।
#7. शांतिकुंज गायत्री परिवार
शांतिकुंज मुख्य रूप से एक आध्यात्मिक शिक्षा केंद्र है जो कि हरिद्वार में गंगा नदी के तट पर स्थित है। यह जगह हरिद्वार रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर और हर की पौड़ी से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर है जहां आप बैटरी रिक्शा की सहायता से पहुंच सकते हैं। यह अखिल भारतीय गायत्री परिवार का मुख्यालय है जिसके संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी हैं।
इस जगह पर जीवन जीने की शैली और आध्यात्मिक शिक्षा निशुल्क दी जाती है साथ ही साथ यहां पर शिक्षा ग्रहण करने वाले व्यक्ति के लिए रहने और खाने की व्यवस्था भी निशुल्क की जाती है। तो आप अपनी हरिद्वार में घूमने वाली जगह की सूची में शांतिकुंज गायत्री परिवार को जरूर शामिल करें और इस जगह पर जाकर यहां के अध्यात्म और शांति भरे माहौल को महसूस करें।
#8. माया देवी मंदिर
माया देवी मंदिर हर की पौड़ी से करीब 2 किलोमीटर की पैदल दूरी पर स्थित है जो कि 51 शक्तिपीठों में से एक है जहां पर माता सती की नाभि गिरी थी। पौराणिक कथाओं के अनुसार जब प्रजापति दक्ष ने विशाल यज्ञ का आयोजन किया था तब उन्होंने ब्रह्मा, विष्णु, इंद्र और अन्य देवी देवताओं को आमंत्रित किया था परंतु उन्होंने अपने दामाद भगवान शिव को आमंत्रित नहीं किया।
तब माता सती बहुत क्रोधित हुयी और अपमान करने का कारण जानने के लिए यज्ञ स्थल पहुंची, और अपने पिता से कारण पूछने लगी, इस पर दक्ष ने अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया और फिर देवी सती ने यज्ञ कुंड में कूद कर आत्मदाह कर लिया।
इसके बाद भगवान शिव माता सती के जले हुए शरीर को लेकर पूरे ब्रह्मांड में भटकने लगे और पूरे ब्रह्मांड में हाहाकार मच गया, जिसके बाद भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से माता सती के शरीर के टुकड़े टुकड़े कर दिए और धरती पर जहां जहां ये टुकड़े गिरे वे स्थान शक्तिपीठ कहलाए। इसीलिए माया देवी मंदिर भी 51 शक्तिपीठों में से एक है जहां आप दर्शन के लिए जा सकते हैं और अपने खुशहाल जीवन की कामना कर सकते हैं।
#9. भारत माता मंदिर
हमारे भारत देश को समर्पित यह भारत माता मंदिर हर की पौड़ी से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहां तक पहुंचने के लिए आप बैटरी रिक्शा की सहायता ले सकते हैं इसके अलावा यदि आप अपनी गाड़ी से हरिद्वार गए हुए हैं तो भी आप बड़ी आसानी से इस मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
इस मंदिर का निर्माण सन 1983 में किया गया था जिसके संस्थापक स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरि जी महाराज है। यह मंदिर कुल 7 मंजिलों का बना हुआ है जिसके प्रत्येक मंजिल पर अलग-अलग देवी-देवताओं के मंदिर व प्राचीन ऋषि-मुनियों, वैज्ञानिकों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की मूर्तियां स्थापित की गई है। तो यदि आप इस मंदिर में जाते हैं तो आपका अनुभव काफी अच्छा रहने वाला है।
#10. गौ घाट
गौ घाट हरिद्वार के सबसे अधिक पूजनीय स्थानों में से एक है जहां पर लोग अपने प्रियजनों की आत्मा की शांति के लिए कामना करने आते हैं। इसी जगह पर महात्मा गांधी, राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की अस्थियों को विसर्जित किया गया था और यह जगह हर की पौड़ी से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
#11. भीमगोड़ा बैराज
भीमगोड़ा बैराज, हरिद्वार में घूमने वाली जगहों में एक मुख्य पर्यटन आकर्षण है जो कि हर की पौड़ी के पास ही स्थित है। यहां प्रतिदिन काफी सारे सैलानी घूमने आते हैं और फोटोग्राफी इत्यादि करके अपने सफर का आनंद लेते हैं। तो आप भी इस जगह पर आकर काफी अच्छी-अच्छी फोटोस क्लिक कर सकते हैं।
#12. सप्त ऋषि आश्रम
आप अपनी हरिद्वार यात्रा के दौरान इस बेहद ही शांत और आध्यात्मिक जगह पर जरूर घूमने जाएं। सप्त ऋषि आश्रम हर की पौड़ी से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इस आश्रम की मान्यता है कि यहां पर 7 महान ऋषियों जिनका नाम ऋषि कश्यप, ऋषि वशिष्ट, ऋषि अत्री, ऋषि विश्वामित्र, ऋषि जमदग्नि, ऋषि भारद्वाज और ऋषि गौतम ने कठोर तप किया था जिस वजह से इस आश्रम का नाम सप्त ऋषि आश्रम पड़ा।
गंगा जी के तेज प्रवाह की वजह से इन महान ऋषियों की तपस्या में कोई भी बाधा ना आए इसीलिए इस जगह पर मां गंगा जी ने खुद को 7 छोटी-छोटी धाराओं में बांट लिया है। तो आप इस अद्भुत जगह पर घूमना बिल्कुल भी मिस ना करें।
#13. श्री प्रेम नगर आश्रम
श्री प्रेम नगर आश्रम, हरिद्वार के प्रमुख आश्रमों में से एक है जो कि श्रद्धालुओं के बीच काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। गंगा नदी के तट पर स्थित प्रेम नगर आश्रम की स्थापना योगिराज सतगुरुदेव श्री हंस महाराज जी द्वारा सन् 1943 में की गई थी। प्रेम नगर आश्रम में आपको विभिन्न प्रकार के सुंदर फूलों के बगीचे देखने को मिलेंगे जिस वजह से यह आश्रम पर्यटकों के बीच काफी ज्यादा लोकप्रिय हैं।
तो यदि आप आध्यात्मिक शांति की अनुभूति करना चाहते हैं तो प्रेम नगर आश्रम में जरूर पधारें। इस आश्रम में पर्यटकों के ठहरने के लिए 800 से अधिक कमरों की सुविधा उपलब्ध है जिसमें आपको AC और Non AC कमरे मिल जाएंगे।
Contact – 01334292211
#14. वैष्णो देवी मंदिर
आपको हरिद्वार यात्रा के दौरान मां वैष्णो देवी के दर्शन करने का सौभाग्य भी प्राप्त होगा। हर की पौड़ी से 8 किलोमीटर की दूरी पर श्री माता वैष्णो देवी का मंदिर है जहां पर आप दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। इस मंदिर का निर्माण श्री माता वैष्णो देवी कटरा की वास्तुकला खूबसूरती और सुरंगों को ध्यान में रखकर किया गया है तो यदि आप यहां पर जाते हैं तो निश्चित रूप से आपको वैष्णो माता के दर्शन का अनुभव होगा और यहां पर आपको अत्यंत ही शांति मिलेगी।
#15. पारद शिवलिंग
हर की पौड़ी से 5 किलोमीटर की दूरी पर हरिहर आश्रम में स्थित पारद शिवलिंग बेहद ही पवित्र और धार्मिक स्थल है जहां पर 151 किलोग्राम शुद्ध पारे से बने शिवलिंग के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। इस पूरे मंदिर को भगवान शिव के शिवलिंग से सजाया गया है और इस मंदिर को पारदेश्वर महादेव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
#16. क्रिस्टल वर्ल्ड
यदि आप अपनी हरिद्वार यात्रा को रोमांच और थ्रिल से भरना चाहते हैं तो आप हर की पौड़ी से 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित क्रिस्टल वर्ल्ड घूमने जा सकते हैं। क्रिस्टल वर्ल्ड एक वाटर पार्क है जो कि हरिद्वार के सबसे बड़े और प्रमुख वाटर पार्कों में से एक है और यहां तक पहुंचने के लिए आप हरिद्वार बस स्टैंड से ऋषिकेश जाने वाली बस ले सकते हैं जिसमें आपके 25 से ₹30 का किराया लगेगा और आप क्रिस्टल वर्ल्ड पहुंच जाएंगे।
#17. दक्ष महादेव मंदिर
हरिद्वार में घूमने वाली जगह की लिस्ट में अगला पर्यटन स्थल दक्ष महादेव मंदिर है जो कि हर की पौड़ी से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसी जगह पर दक्ष प्रजापति द्वारा भगवान शिव को अपमानित करने पर माता सती ने यज्ञ कुंड में कूदकर अपने प्राण त्याग दिए थे।
सावन के महीने में यहां पर काफी बड़ी मात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती है तो यदि आप हरिद्वार यात्रा पर आ रहे हैं तो इस मंदिर में आकर भगवान शिव जी के दर्शन अवश्य करें।
#18. भीमगोड़ा कुंड
आप हर की पौड़ी से 1 किलोमीटर की पैदल दूरी पर भीमगोड़ा कुंड देखने जरूर जाएं जिसका महाभारत काल के समय से ही काफी अधिक महत्व है। ऐसा माना जाता है कि महाभारत के बाद भीम ने इसी जगह पर 12 वर्षों तक तपस्या की थी और अपनी गदा के प्रहार से इस कुंड का निर्माण किया था जिसको आज काफी सारे श्रद्धालु देखने आते हैं।
#19. नीलधारा हरिद्वार
नीलधारा नाम से ही प्रतीत होता है कि यह जगह मां गंगा के स्वच्छ नीले जल और प्राकृतिक सुंदरता के लिए काफी प्रसिद्ध है। इसके अलावा नीलधारा घाट के एक तरफ मां मनसा देवी मंदिर और दूसरी तरफ मां चंडी देवी मंदिर दिखाई देता है और इसी वजह से इस दृश्य को देखने के लिए पूरे साल यहां पर काफी सारे श्रद्धालु आते हैं। नीलधारा हरिद्वार के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है जहां पर आपको अवश्य जाना चाहिए।
#20. चिल्ला वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी
यदि आप वाइल्डलाइफ का अनुभव लेना चाहते हैं और वन्यजीवों को करीब से देखना चाहते हैं तो आप चिल्ला वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी जा सकते हैं जो कि हरिद्वार से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह जगह हरिद्वार की सबसे प्रसिद्ध पर्यटक पर्यटन स्थलों में से एक है जिसकी स्थापना 1977 में की गई थी और यहां पर आपको बाघ भालू हाथी के साथ-साथ अनेक प्रकार के पक्षी देखने को मिलेंगे।
#21. पतंजलि योगपीठ
हरिद्वार के कनखल क्षेत्र में स्थित यह आश्रम भारत का सबसे प्रसिद्ध आश्रम है जहां पर योग और आयुर्वेद के विषय में शोध किया जाता है। पतंजलि योगपीठ में निर्मित आयुर्वेदिक प्रोडक्ट पूरे भारत में काफी ज्यादा लोकप्रिय हैं और काफी बड़ी संख्या में लोगों द्वारा इन आयुर्वेदिक उत्पादों का उपयोग किया जाता है।
पतंजलि योगपीठ दिल्ली हरिद्वार नेशनल हाईवे पर और हरिद्वार से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तो यदि आप चाहें तो यहां पर भी घूमने जा सकते हैं।
#22. शिवानंद धाम
हरिद्वार में घूमने वाली जगह की सूची के अंत में आता है शिवानंद धाम जोकि हर की पौड़ी हरिद्वार से 2 किलोमीटर की पैदल दूरी पर स्थित है। शिवानंद धाम की गुफाओं में आपको अनेकों धार्मिक स्थल देखने को मिलेंगे जहां पर आप घूमने जा सकते हैं।
हरिद्वार कैसे पहुंचे? | How to Reach Haridwar
भारत की किसी भी जगह से हरिद्वार जाने के लिए आप By train, By Bus और By Flight का रास्ता अपना सकते हैं।
यदि आप ट्रेन के रास्ते हरिद्वार जाना चाहते हैं तो आपको भारत के अधिकतर शहरों से हरिद्वार के लिए डायरेक्ट ट्रेन मिल जाएगी। हरिद्वार जाने वाली ट्रेनों के नाम, उनकी timing और किराए की जानकारी लेने के लिए आप IRCTC की वेबसाइट पर जा सकते हैं।
बस के रास्ते हरिद्वार जाने के लिए आपको किसी भी शहर से हरिद्वार जाने वाली बस मिल जाएगी। जिसके लिए आप अपने शहर के रोडवेज बस स्टैंड पर जाकर हरिद्वार जाने वाली बसों की टाइमिंग और किराए की जानकारी ले सकते हैं। आप चाहे तो Make My Trip या Red Bus की सहायता से भी हरिद्वार जाने के लिए Volvo बस की टिकट बुक कर सकते हैं।
By Flight हरिद्वार जाने के लिए, आपको पहले देहरादून में स्थित Jolly Grant Airport जाना पड़ेगा, जहां से हरिद्वार की दूरी मात्र 47 किलोमीटर ही है। तो Jolly Grant Airport पहुंचने के बाद आप वहां से टैक्सी लेकर मात्र 1 घंटे के अंदर अंदर हरिद्वार पहुंच सकते हैं।
और यदि आप टैक्सी या Private Vehicle से भी हरिद्वार जाते हैं तो आपको पूरे भारत से हरिद्वार की कनेक्टिविटी मिल जाएगी और आप बढ़िया सड़क मार्ग के रास्ते से हरिद्वार तक पहुंच सकते हैं।
हरिद्वार में रुकने की जगह? | Places to Stay in Haridwar
दोस्तों हरिद्वार पहुंचने के बाद आप निश्चित रूप से सबसे पहले अपने ठहरने की व्यवस्था के बारे में सोचेंगे। तो अब मैं आपको हरिद्वार में कहां रुकना है, कौन कौन से होटल में आप रुक सकते हैं इसके बारे में जानकारी देने वाला हूं।
दोस्तों आप में से काफी सारे लोग ऐसे होंगे जो हरिद्वार में सस्ते से सस्ते होटल या धर्मशाला में रुकना चाहते होंगे, वहीं बहुत से लोग ऐसे भी होंगे जिनका बजट ठीक-ठाक होगा और वे चाहते होंगे कि किसी ऐसे होटल में रुके जो ना तो बहुत ज्यादा सस्ता हो और ना ही बहुत ज्यादा महंगा हो और कुछ लोग ऐसे होंगे जो बढ़िया लग्जरी और महंगे होटल में रुकना पसंद करते हैं।
तो अब मैं आपको हरिद्वार के Low Budget, Mid और High Range वाले स्टे ऑप्शंस की जानकारी देने वाला हूं।सबसे पहले हरिद्वार में रुकने के लिए सस्ते से सस्ते होटल और धर्मशालाओं के बारे में जान लेते हैं।
हरिद्वार में सस्ती धर्मशाला | Cheap and Best Dharamshala in Haridwar
#LowBudget
#1. Spot On Sawariya Home Stay
यदि आप सस्ते में बढ़िया और लग्जरी स्टे करना चाहते हैं तो आपके लिए स्पॉट ऑन सांवरिया होमस्टे बेस्ट रहेगा क्योंकि यहां पर आपको लगभग ₹350 पर पर्सन के चार्ज पर रूम मिल जाएगा और यह होमस्टे आपको हर की पौड़ी से 4 किलोमीटर की दूरी पर पड़ेगा, तो आप चाहे तो यहां पर Stay करके पूरे हरिद्वार में रिक्शा की सहायता से घूमने जा सकते हैं।
#2. Narsingh Bhawan Trust
यदि आप हरिद्वार की किसी धर्मशाला में रुकने का विचार कर रहे हैं तो आप नरसिंह भवन धर्मशाला में रुक सकते हैं जहां पर आप को कम से कम ₹300 रूम के चार्ज पर कमरा मिल जाएगा और यह धर्मशाला हर की पौड़ी से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर है।
इस धर्मशाला में आपको कमरे के सामने गंगा जी का दृश्य भी देखने को मिल जाएगा और यहां पर जो कमरे हैं वे काफी साफ-सुथरे और बढ़िया फैसिलिटी के साथ उपलब्ध है।
#3. Anand Niwas
हरिद्वार की अगली धर्मशाला आनंद निवास है जो कि हर की पौड़ी से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर है और यदि आप अपने परिवार के साथ हरिद्वार यात्रा पर आ रहे हैं तो आप इस धर्मशाला में बड़ी आसानी से रुक सकते हैं क्योंकि यहां पर आपको 5 लोगों के लिए फैमिली रूम ₹600 में मिल जाएगा जो कि आप को करीब ₹120 पर पर्सन पड़ेगा।
यह धर्मशाला भी गंगा जी के बिल्कुल किनारे पर बनी है तो यहां पर भी आपको कमरों से गंगा जी का दृश्य देखने को मिल जाएगा।
#4. Shankra Charya Bhawan
हर की पौड़ी से 1 किलोमीटर की दूरी पर शंकराचार्य भवन धर्मशाला भी है जहां पर आप ₹200 में कमरा ले सकते हैं। इस धर्मशाला में ₹200 से शुरू करके ₹800 तक के कमरे मिल जाते हैं।
हरिद्वार में सस्ते होटल | Cheap and Affordable Hotels in Haridwar
#MidBudget
#1. BedHubs
Mid Budget में सबसे पहले BedHubs होटल आता है जिसमें आपको लगभग ₹500 में एक डॉरमेट्री बेड मिल जाएगा जो कि बेहद आरामदायक होगा। यह होटल हर की पौड़ी से मात्र 850 मीटर की दूरी पर है तो आप हर की पौड़ी तक पैदल भी बड़े आराम से जा सकते हैं।
#2. Staygo Hotel
आप चाहे तो Staygo Hotel में भी रुक सकते हैं जहां पर आपको लगभग ₹500 पर पर्सन के चार्ज पर रूम मिल जाएगा और यह होटल हरिद्वार रेलवे स्टेशन के पास है।
#3. Hotel Anand
Mid Budget में हमारा जो तीसरा होटल है वह है होटल आनंद जहां पर आपको एक पर्सन के स्टे के लिए करीब ₹550 देने पड़ेंगे और यह होटल हर की पौड़ी से करीब 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां आपको बेहद कंफर्टेबल और साफ-सुथरे कमरे मिल जाएंगे।
#4. Hotel Blue Sky AC Room
इसी बजट में जो हमने चौथा होटल आपके लिए सिलेक्ट किया है वह है होटल ब्लू स्काई जिसमें आपको लगभग ₹700 प्रति व्यक्ति की कीमत पर AC रूम मिल जाएगा और इस होटल से हर की पौड़ी की दूरी 1.7 किलोमीटर है।
हरिद्वार में हाई रेंज वाले होटल निश्चित रूप से आपको महंगे मिलेंगे लेकिन वे होटल काफी ज्यादा लग्जरी और आरामदायक होंगे जहां पर आप अपने सफर की थकान को मिटाकर टूर का आनंद ले सकते हैं।
#LuxuryHotels
#1. Hotel Himalaya
इस रेंज में हमने सबसे पहले होटल हिमालय को सिलेक्ट किया है जहां पर आपको लगभग 1600 रुपए में 2 लोगों के लिए एक रूम मिल जाएगा और यह होटल हर की पौड़ी से मात्र 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
#2. Hotel Famous
दूसरे नंबर पर हमने होटल फेमस को रखा है जहां पर आपको 2 लोगों के लिए 1800 रुपए में कमरा मिल जाएगा और इस होटल के कमरे और इंटीरियर बेहद ही शानदार हैं।
#3. Hotel Pardesi
और आखिर में आप हर की पौड़ी से 1.7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित होटल परदेसी में 3,000 रुपए की कीमत पर 2 लोगों के लिए डीलक्स एसी रूम बुक कर सकते हैं जहां पर आपका स्टे एकदम कंफर्टेबल और यादगार रहने वाला है।
हरिद्वार घूमने का कितना खर्चा लगेगा? | Haridwar Tour Budget
यदि आप 2 दिन के हरिद्वार टूर पर जाते हैं तो आपका लगभग ₹2000 प्रति व्यक्ति खर्चा आ जाएगा। जिसमें आपको 1 नाइट स्टे के लिए ₹800, 2 दिन खाने पीने के लिए ₹600 और Sightseeing के लिए ₹600 खर्च हो जाएंगे। तो इसमें आप अपने शहर से हरिद्वार आने जाने का खर्चा जोड़कर हरिद्वार का टूर प्लान कर सकते हैं।
पूरा हरिद्वार कैसे घूमे? | How to Explore Haridwar?
पूरे हरिद्वार में कहीं भी घूमने के लिए आप बैटरी रिक्शा और ऑटो की सहायता ले सकते हैं जो कि आपको साधारण से किराए में एक जगह से दूसरी जगह पर छोड़ देंगे।
हरिद्वार घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है? | Best Time to Visit Haridwar
आप पूरे साल में जब आपका मन करे तब आप हरिद्वार घूमने जा सकते हैं यहां साल भर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रहती है।
हरिद्वार का प्रसिद्ध स्थानीय भोजन – हरिद्वार फेमस फूड
आपको हरिद्वार यात्रा के दौरान हरिद्वार के प्रसिद्ध आलू पूरी, छोले भटूरे और खस्ता कचौड़ी का स्वाद जरूर लेना चाहिए। हरिद्वार रेलवे स्टेशन से लेकर हर की पौड़ी के रास्ते में आपको कई खस्ता कचौड़ी के स्टॉल देखने को मिल जाएंगे जहां पर आप खस्ता कचौड़ी खा सकते हैं। साथ ही साथ आपको इसी रास्ते पर भगवती छोले भंडार नाम की दुकान भी मिलेगी जहां के छोले भटूरे पूरे हरिद्वार में प्रसिद्ध हैं तो आप इस दुकान पर छोले भटूरे का आनंद लेना ना भूलें।
People Also Ask
#1. हरिद्वार की सबसे फेमस चीज क्या है?
हरिद्वार के हर की पौड़ी पर सुबह शाम की गंगा आरती पूरे हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है जिसमें प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित होते हैं।
#2. हरिद्वार का सबसे बड़ा मंदिर कौन सा है?
हरिद्वार का सबसे बड़ा मंदिर वैष्णो देवी मंदिर है।
#3. मनसा देवी की चढ़ाई कितनी है?
यदि आप पैदल मनसा देवी मंदिर के लिए चढ़ाई करते हैं तो आपको लगभग 1000 सीढ़ियां चढ़नी पड़ेगी, इसके अलावा रोपवे से जाने पर लगभग 540 मीटर की दूरी तय करनी होती है। प्रवेश द्वार से मनसा देवी मंदिर की ऊंचाई करीब 1,770 फीट है।