दोस्तों यदि आप उत्तराखंड राज्य में स्थित हरिद्वार के हर की पौड़ी जाने का विचार कर रहे हैं तो आज इस लेख के माध्यम से हम आपको हर की पौड़ी घाट के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। हर की पौड़ी हरिद्वार का सबसे प्रमुख घाट है जहां प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु धार्मिक गतिविधियों के लिए आते हैं और यहां पर सूर्यास्त के समय होने वाली गंगा आरती पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। और अब हम हर की पौड़ी का इतिहास, यहां की मान्यता, यहां कैसे पहुंचे इत्यादि संबंधित सभी चीजों के बारे में जानेंगे।
हर की पौड़ी हरिद्वार का इतिहास | History of Har Ki Pauri Haridwar
हर की पौड़ी का अर्थ है “हरि यानी नारायण यानी भगवान विष्णु के चरण”। वैदिक काल के दौरान इस जगह पर भगवान विष्णु प्रकट हुए थे और यहां एक पत्थर पर भगवान विष्णु के चरणों के निशान आज भी मौजूद हैं जिस वजह से इस जगह को हर की पौड़ी के नाम से जाना जाता है। पौराणिक तथ्यों के अनुसार इस जगह पर सृष्टि के सृजनकर्ता भगवान ब्रह्मा जी ने यज्ञ किया था और इसी वजह से यहां आपको ब्रह्मा कुंड भी देखने को मिलेगा।
पौराणिक कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के बाद निकले हुए अमृत के घड़े को जब धन्वंतरी लेकर जा रहे थे तब घड़े के छलकने से पृथ्वी पर अमृत की कुछ बूंदे गिर गई थी, हर की पौड़ी समेत जहां-जहां अमृत की बूंदे गिरी थी वे स्थान धार्मिक महत्व वाले स्थान बन गए। इस जगह पर भगवान विष्णु के चरणों के निशान का मौजूद होना और अमृत की बूंदों का गिरना इस बात का प्रमाण है कि यहां पर गंगा स्नान करने मात्र से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है।
हर की पौड़ी हरिद्वार ही वह स्थान है जहां से गंगा नदी पहाड़ों को छोड़कर मैदानी क्षेत्रों में प्रवेश करती हैं। हर की पौड़ी का निर्माण राजा विक्रमादित्य द्वारा अपने भाई भतृहरि की याद में करवाया गया था।
हर की पौड़ी हरिद्वार कैसे जाएं | How to Reach Har Ki Pauri Haridwar
हर की पौड़ी, हरिद्वार रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर है जहां पहुंचने के लिए आपको हरिद्वार रेलवे स्टेशन के बाहर से ही बैटरी रिक्शा मिल जाएंगे जो कि आप से ₹20 प्रति व्यक्ति लेंगे और आपको हर की पौड़ी के पास छोड़ देंगे। हर की पौड़ी जाने के लिए आपको सबसे पहले हरिद्वार पहुंचना होगा जहां आप ट्रेन, बस और हवाई जहाज के माध्यम से पहुंच सकते हैं।
यदि आप ट्रेन के रास्ते हरिद्वार जाना चाहते हैं तो आपको भारत के अधिकतर शहरों से हरिद्वार के लिए डायरेक्ट ट्रेन मिल जाएगी। बस, टैक्सी या Private Vehicle से हरिद्वार जाते हैं तो आपको पूरे भारत से हरिद्वार की कनेक्टिविटी मिल जाएगी और आप बढ़िया सड़क मार्ग के रास्ते से हरिद्वार पहुंच सकते हैं।
हरिद्वार का निकटतम एयरपोर्ट देहरादून में स्थित जौली ग्रांट एयरपोर्ट है जो कि हरिद्वार से मात्र 47 किलोमीटर की दूरी पर है। हरिद्वार कैसे पहुंचे संबंधित अधिक जानकारी के लिए आप इस लेख को पढ़ सकते हैं।
हर की पौड़ी हरिद्वार कब जाना चाहिए | Best Time to Visit Har Ki Pauri Haridwar
आप पूरे साल में जब आपका मन करे तब आप हरिद्वार घूमने जा सकते हैं यहां साल भर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है हालांकि शिवरात्रि और कांवड़ यात्रा के समय हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भीड़ काफी अधिक संख्या में देखने को मिलती है।
हर की पौड़ी हरिद्वार की गंगा आरती | Ganga Aarti at Har Ki Pauri Haridwar
हर की पौड़ी हरिद्वार में प्रतिदिन सुबह-शाम होने वाली गंगा जी की आरती बेहद प्रसिद्ध है। यह आरती प्रतिदिन सुबह शाम 6:00 बजे से लेकर 7:00 बजे के बीच होती है। गंगा सभा द्वारा चयनित पुजारियों द्वारा गंगा आरती की जाती है और हजारों की संख्या में लोग इस गंगा आरती में शामिल होते हैं। यदि आप हरिद्वार जा रहे हैं तो आप हरिद्वार में गंगा जी की भव्य आरती बिल्कुल भी मिस ना करें और गंगा जी की आरती में शामिल होने के लिए आरती शुरू होने से लगभग आधा घंटा पहले हर की पौड़ी पर पहुंच जाएं क्योंकि फिर काफी ज्यादा भीड़ बढ़ जाती है। आरती के दौरान आप गंगा जी में फूल और दीए जलाकर प्रवाहित करें और अपने खुशहाल जीवन की कामना करें।
हर की पौड़ी हरिद्वार के पास वाले होटल | Hotels in Haridwar Near Har Ki Pauri
हर की पौड़ी के पास वाले होटलों के नाम कुछ इस प्रकार हैं:
- होटल सनशाइन
- होटल गंगा दर्शन
- होटल सूर्योदय
- होटल भज गोविंदम
- होटल हर की पौड़ी
- होटल ज्ञान
- होटल गंगा लहरी हरिद्वार
हर की पौड़ी हरिद्वार के पास वाली धर्मशाला | Dharamshala in Haridwar Near Har Ki Pauri with Price
#1. Narsingh Bhawan Trust
यदि आप हरिद्वार की किसी धर्मशाला में रुकने का विचार कर रहे हैं तो आप नरसिंह भवन धर्मशाला में रुक सकते हैं जहां पर आप को कम से कम ₹300 रूम के चार्ज पर कमरा मिल जाएगा और यह धर्मशाला हर की पौड़ी से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर है।
इस धर्मशाला में आपको कमरे के सामने गंगा जी का दृश्य भी देखने को मिल जाएगा और यहां पर जो कमरे हैं वे काफी साफ-सुथरे और बढ़िया फैसिलिटी के साथ उपलब्ध है।
#2. Anand Niwas
हरिद्वार की अगली धर्मशाला आनंद निवास है जो कि हर की पौड़ी से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर है और यदि आप अपने परिवार के साथ हरिद्वार यात्रा पर आ रहे हैं तो आप इस धर्मशाला में बड़ी आसानी से रुक सकते हैं क्योंकि यहां पर आपको 5 लोगों के लिए फैमिली रूम ₹600 में मिल जाएगा जो कि आप को करीब ₹120 पर पर्सन पड़ेगा।
यह धर्मशाला भी गंगा जी के बिल्कुल किनारे पर बनी है तो यहां पर भी आपको कमरों से गंगा जी का दृश्य देखने को मिल जाएगा।
#3. Shankra Charya Bhawan
हर की पौड़ी से 1 किलोमीटर की दूरी पर शंकराचार्य भवन धर्मशाला भी है जहां पर आप ₹200 में कमरा ले सकते हैं। इस धर्मशाला में ₹200 से शुरू करके ₹800 तक के कमरे मिल जाते हैं।
हर की पौड़ी के आसपास घूमने की जगहें
हर की पौड़ी का नक्शा | Har Ki Pauri Haridwar Location
FAQs
1. हर की पौड़ी का मतलब क्या होता है?
हर की पौड़ी का अर्थ है “हरि यानी नारायण यानी भगवान विष्णु के चरण”।
2. हर की पौड़ी का निर्माण कब हुआ था?
पौराणिक काल में
3. हरिद्वार का पुराना नाम क्या है?
हरिद्वार का प्राचीन पौराणिक नाम ‘माया’ या ‘मायापुरी’ है।
4. हर की पौड़ी किसने बनाई?
राजा विक्रमादित्य
5. हरिद्वार रेलवे स्टेशन से हर की पौड़ी की दूरी कितनी है?
3 किलोमीटर
6. हरिद्वार में हर की पौड़ी का क्या महत्व है?
यह वह स्थान माना जाता है जहां समुद्र मंथन के बाद आकाशीय पक्षी गरुड़ द्वारा घड़े में ले जाते समय अमृत की बूंदें आकाश से गिरी थीं।