दोस्तों यदि आप हरिद्वार यात्रा पर जाने वाले हैं तो निश्चित रूप से आप हरिद्वार की प्रमुख तीर्थ और पर्यटन स्थलों पर घूमना चाहते होंगे और इसी वजह से हमने पहले ही आप सभी को हरिद्वार की हर की पौड़ी घाट, मां मनसा देवी मंदिर, विष्णु घाट इत्यादि की जानकारी दे दी है। और अब हम आपको इस लेख के माध्यम से हरिद्वार के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक मां चंडी देवी मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले हैं। हरिद्वार में गंगा नदी के दूसरी ओर नील पर्वत के शिखर पर स्थित मां चंडी देवी मंदिर 52 शक्तिपीठों में से एक है। यह मंदिर अनेक को श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है और इस मंदिर के बारे में संपूर्ण जानकारी पाने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
चंडी देवी मंदिर हरिद्वार के बारे में | About Chandi Devi Mandir Haridwar
नील पर्वत के शिखर पर विराजमान मां चंडी देवी का यह मंदिर हरिद्वार के तीन सिद्धपीठों में से एक है जिनमें अन्य दो सिद्ध पीठ मां मनसा देवी मंदिर और माया देवी मंदिर है। यह मंदिर अनगिनत श्रद्धालुओं के बीच उनकी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए बेहद प्रसिद्ध है और इसी वजह से देश के कोने कोने से श्रद्धालु यहां अपनी मनोवांछित इच्छा मांगने आते हैं।
ऐसा माना जाता है कि चंडी देवी मंदिर का निर्माण कश्मीर के राजा सुचेत सिंह द्वारा सन् 1929 में करवाया गया था। हालांकि मंदिर में मौजूद मां चंडी देवी की मूल प्रतिमा आदिगुरु शंकराचार्य जी द्वारा आठवीं शताब्दी में स्थापित की गई थी।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब शुंभ और निशुंभ नामक दानवों ने स्वर्ग से इंद्रदेव को निकाल कर संपूर्ण देवलोक पर कब्जा कर लिया था, तब सभी देवताओं द्वारा स्तुति करने पर मां पार्वती जी ने चंडी देवी का रूप धारण करके शुंभ-निशुंभ दानवों का वध किया था। शुंभ और निशुंभ नामक राक्षसों का वध करने के पश्चात मां चंडी देवी ने जिस स्थान पर कुछ समय विश्राम किया था आज उसी जगह पर मां चंडी देवी का मंदिर स्थित है। नील पर्वत का हरा भरा और खूबसूरत वातावरण निश्चित रूप से आपके मन को मोह लेगा और मां चंडी देवी के मंदिर जाकर आपकी यात्रा सफल हो जाएगी।
चंडी देवी मंदिर हरिद्वार कैसे जाएं | How to Reach Chandi Devi Mandir Haridwar
मां चंडी देवी के मंदिर जाने के लिए आपको सबसे पहले हरिद्वार जाना होगा। हरिद्वार रेलवे स्टेशन से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर मां चंडी देवी के मंदिर के लिए रोपवे शुरू होती है। हरिद्वार पहुंचने के लिए आप ट्रेन, बस, निजी वाहन और हवाई जहाज की सहायता ले सकते हैं। आपको भारत के अधिकतर शहरों से हरिद्वार रेलवे स्टेशन के लिए डायरेक्ट ट्रेन मिल जाएगी। यदि आप हवाई मार्ग से पहुंचना चाहते हैं तो आपको हरिद्वार से 47 किलोमीटर की दूरी पर देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट आना पड़ेगा। इसके अतिरिक्त आप बस या निजी वाहन की सहायता से सड़क मार्ग के रास्ते भी हरिद्वार तक पहुंच सकते हैं।
हरिद्वार रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद आप बैटरी रिक्शा की सहायता से चंडी देवी मंदिर के रोपवे काउंटर तक पहुंच सकते हैं जहां से आप चाहे तो चंडी देवी मंदिर तक की पैदल यात्रा या फिर रोपवे द्वारा यात्रा शुरू कर सकते हैं। चंडी देवी मंदिर तक की पैदल यात्रा करने के लिए आपको 3 किलोमीटर का चढ़ाई वाला रास्ता तय करना होगा, इसके अतिरिक्त आप चाहे तो रोपवे की सहायता से भी नील पर्वत की खूबसूरती का आनंद लेते हुए चंडी देवी मंदिर तक पहुंच सकते हैं। चंडी देवी रोपवे के बारे में जानकारी हमने नीचे दी हुई है।
चंडी देवी मंदिर हरिद्वार कब जाना चाहिए | Best Time to Visit Chandi Devi Mandir Haridwar
यदि आप मां चंडी देवी के दर्शन की योजना बना रहे हैं तो हम आपको बताना चाहेंगे कि आप मानसून के दिनों को छोड़कर कभी भी मां चंडी देवी के दर्शन के लिए जा सकते हैं। रोपवे यानी उड़न खटोला की सहायता से आप बरसात के दिनों को छोड़कर कभी भी मंदिर तक जा सकते हैं। इसके अलावा यदि आप मंदिर तक की पैदल यात्रा करने का विचार कर रहे हैं तो आपको अप्रैल से लेकर जून तक की गर्मियों को अवॉइड करना चाहिए क्योंकि इस समय अत्यधिक धूप होने की वजह से आपके लिए खड़ी चढ़ाई करना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
चंडी देवी रोपवे की जानकारी | Chandi Devi Ropeway & Ticket Price
रोपवे की सहायता से आप बड़ी आसानी से चंडी देवी मंदिर तक पहुंच सकते हैं और रास्ते में हरे भरे प्राकृतिक दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। चंडी देवी रोपवे की टिकट आप udankhatola.com से बुक कर सकते हैं जो कि आपको ₹195 प्रति व्यक्ति की पड़ेगी।
आप चाहे तो ₹324 प्रति व्यक्ति में मनसा देवी और चंडी देवी रोपवे की कॉन्बो टिकट ले सकते हैं जिसके माध्यम से आप पहले मनसा देवी रोपवे की सहायता से मनसा देवी घूमेंगे और फिर आपको बस के जरिए चंडी देवी रोपवे तक ले जाया जाएगा जहां आप चंडी देवी रोपवे की सहायता से चंडी देवी मंदिर तक जाएंगे और फिर रिटर्न में चंडी देवी रोपवे से आपको हर की पौड़ी तक बस से छोड़ दिया जाएगा।
चंडी देवी मंदिर में पूजा करने का समय | Chandi Devi Temple Pooja Timing
चंडी देवी मंदिर सुबह 5 बजे से रात के 8 बजे तक खुलता है। और यहाँ सुबह शाम दो टाइम आरती होती है। ऐसा माना जाता है कि रोज़ रात जंगल का राजा शेर माँ के दर्शन करने इस मंदिर में आता है जिस कारण रात में इस मंदिर में कोई नहीं होता। नवरात्री, चौसठी और नवमी वाले दिन इस मंदिर में विशेष भीड़ और रौनक होती है। जिस कारण मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है।
चंडी देवी मंदिर हरिद्वार के पास घूमने की जगह | Places Near Chandi Devi Mandir Haridwar
- हर की पौड़ी
- मां मनसा देवी मंदिर
- पावन धाम
- शांतिकुंज गायत्री परिवार
- माया देवी मंदिर
- भारत माता मंदिर
- वैष्णो देवी मंदिर
- दक्ष महादेव मंदिर
चंडी देवी मंदिर की लोकेशन | Chandi Devi Mandir Haridwar Map
FAQs
#1. चंडी देवी की कितनी चढ़ाई है?
3 किलोमीटर
#2. चंडी देवी मंदिर की स्थापना किसने की?
आदिगुरु शंकराचार्य जी द्वारा
#3. चंडी देवी मंदिर की ऊंचाई कितनी है?
चंडी देवी मंदिर जमीन से लगभग 9500 फीट की ऊँचाई पर स्थित है।
#4. चंडी देवी उड़न खटोला का किराया कितना है?
₹195 प्रति व्यक्ति